पांच पहर काम (कर्म) किया, तीन पहर सोए,एको घड़ी न हरी भजे तो मुक्ति कहाँ से होए..! शब्द-शब्द में ब्रम्हा हैं, शब्द-शब्द में सार,शब्द सदा ऐसे कहो जिनसे उपजे प्यार..!!
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Dec 2019
Dec 2019
पांच पहर काम (कर्म) किया, तीन पहर सोए,एको घड़ी न हरी भजे तो मुक्ति कहाँ से होए..! शब्द-शब्द में ब्रम्हा हैं, शब्द-शब्द में सार,शब्द सदा ऐसे कहो जिनसे उपजे प्यार..!!
Oct 2019
“लोग अफ़सोस से कहते हैं कि हमारा कोई नहींज़रा ये भी सोचिए कि हम किसके हुए”
Oct 2019
खुश रहने का बस एक ही मंत्र है,“उम्मीद बस खुद से रखो” किसी और इंसान से नहीं !! प्रभु कहते है तू सोने से पहले सबको माफ़ कर,मैं उठने से पहले तुझे माफ़ कर दूँगा !!
Oct 2019
दुनिया को अक्सर वही लोग बदलकर चले जाते है,जिन्हें दुनिया कुछ बदलने लायक नहीं समझती !!
Oct 2019
जब दोस्ती की दास्तान वक़्त सुनाएगा, हमको भी कोई शख्स याद आएगा..!तब भूल जायेंगे जिंदगी के गमो को, जब आप के साथ गुजरा वक़्त याद आएगा..!!
Oct 2019
आँधियों में भी जो जलता हुआ मिल जाएगा..!उस दिये से पूछना, मेरा पता मिल जाएगा…!!
Oct 2019
ना जाने इस ज़िद का नतीजा क्या होगा ,.,समझता दिल भी नहीं ,वो भी नहीं ,मैं भी नहीं .,.,!!!